11 मुखी रुद्राक्ष
11 मुखी रुद्राक्ष पर ऊपर से नीचे तक ग्यारह रेखाएँ बनी होती हैं। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष की माला भगवान हनुमान से डरती है, जिनके पास पहाड़ों की शक्तियाँ हैं। भगवान हनुमान को एकादश रुद्र के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय पौराणिक कथाओं, पुराणों और शास्त्रों के अनुसार इस रुद्राक्ष को भगवान रुद्र शिव के प्रकाश संचय के रूप में देखा जाता है। यह भगवान शिव के अनुयायियों के लिए सबसे शक्तिशाली और प्रभावी रुद्राक्षों में से एक है। कुल 11 रुद्र हैं और ग्यारहवें भगवान हनुमान हैं। हनुमान का नाम लेने से बुरी आत्माएँ और भूत भाग जाते हैं।
11 मुखी रुद्राक्ष की कुछ आवश्यक जानकारी
प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व: भगवान हनुमान जी
शासक देवता: भगवान इंद्र
ग्रह द्वारा शासित: कोई शासक ग्रह नहीं
पहनने के लिए उपयुक्त दिन: रविवार और सोमवार
इसमें सहायक: एसिडिटी, रक्तचाप और मधुमेह, पेट संबंधी विकार, हृदय रोग, स्तन और यकृत रोगों के इलाज के लिए पहना जाता है।
शरीर के अंग पर नियंत्रण: अमूर्त तंत्रिका ऊर्जा
गुण: ब्रह्मांड में पुनर्जन्म की पीड़ा समाप्त हो गई। निडर बनाता है, शारीरिक इंद्रियों को नियंत्रित करता है और भगवान के प्रति सुरक्षित भक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देता है।
11 मुखी रुद्राक्ष के लिए मंत्र जाप करें
“ॐ ह्रीं हुं नमः” (शिव पुराण)
“ॐ श्रीं नमः” (मन्त्र महार्णव)
“ॐ श्रीं” (पद्म पुराण)
“ओम रूम मूम यूम ओम”
“महामृत्युंजय मंत्र” (ब्रह्माज्जलोपनिषद्)
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर् मुक्षीय मामृतात्”
"ॐ नमः शिवाय"
11 मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें?
11 मुखी रुद्राक्ष की माला को चांदी या सोने के लाल धागे में पिरोएं, शिवलिंग पर स्पर्श कराकर धारण करें तथा धारण करते समय मंत्र का जाप करें।
11 मुखी रुद्राक्ष किसे पहनना चाहिए?
जो लोग तांत्रिक और योग साधना में लगे हुए हैं, वे 11 मुखी रुद्राक्ष पहन सकते हैं। जो लोग सभी 11 इंद्रियों (पांच इंद्रिय, पांच भौतिक और एक पुरुष या हृदय) को नियंत्रित करने की शक्ति प्राप्त करना चाहते हैं, वे भी इसे पहन सकते हैं। इसे ऐसे लोगों को पहनना चाहिए जो अच्छे नेतृत्व गुण और सौभाग्य चाहते हैं।
11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद क्या सकारात्मक परिणाम मिलते हैं?
- जो व्यक्ति 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, उसे सफल और साहसिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही सही निर्णय लेने की शक्ति और बुद्धि भी मिलती है।
- यह योगाभ्यास और ध्यान में जबरदस्त परिणाम प्रदान करता है।
- 11 मुखी रुद्राक्ष सभी छह इंद्रियों को नियंत्रित करने की शक्ति प्रदान करता है।
- जो व्यक्ति 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है, उसे हजार अश्वमेध यज्ञ करने तथा हजार गाय दान करने के बराबर लाभ मिलता है।
- जो लोग परेशानी के कारण गलत निर्णय ले लेते हैं, उन्हें भी इस रुद्राक्ष को पहनने से अच्छा लाभ मिलेगा।
- प्राचीन ग्रंथों के अनुसार 11 मुखी रुद्राक्ष पीठ दर्द, पुरानी शराब की लत, शरीर दर्द और यकृत रोगों में बहुत लाभकारी है।
रुद्राक्ष पूजा के बाद 11 मुखी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है। आप इसे स्वयं भी कर सकते हैं या पारिवारिक पंडित या किसी जाने-माने पंडित की मदद भी ले सकते हैं।
यह रुद्राक्ष न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि पहनने वाले के कार्यस्थल पर भी स्थिरता प्रदान करता है। इस रुद्राक्ष को पहनने से अकाल मृत्यु (अचानक मृत्यु) का भय भी समाप्त हो जाता है। चूँकि इस रुद्राक्ष को भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त है, इसलिए यह भूत-प्रेत के भय को दूर करता है और इसमें मजबूत सुरक्षात्मक नियंत्रण है।